असम का बारसिमालुगुड़ी पूर्वोत्तर का पहला स्मार्ट गांव है। भारत भूटान सीमा पर स्थित इस गाव में 100 फीसदी शौचालय, हरेक घर में सोलर पॉवर पैनल और सभी के लिये पीने का साफ पानी मुहैया होता है।
इस गांव की खास बाते
1 इस गांव में सबसे पहले वाटर प्यूरी फिकेशन प्लान्ट लगाया गया, यह इस इलाके का पहला गांव है जहा रिवर्स ओस्मोसिस प्लांट है।
2 इसके बाद इस गांव को खुले में शौच से मुक्त करने के लिये 100 शौचालयों का निर्माण किया गया। हरेक शौचालय के निर्माण में लगभा 16 हजार रूपये का खर्च आया है।
3 इस गांव में तीसरा महत्वपूर्ण कदम ये उठाया गया कि सभी ग्रामीणों के घर में सोलर पॉवर पैनल लगाना अनिवार्य किया गया और स्ट्रीट लाइटिग के लिये भी सोलर पॉवर पैनल लगाये गये।
4.बेरोजगारी की समस्या के कुछ हद तक समाधान और कौशल आधारित रोजगार के लिए कौशल विकास को प्राथमिकता दी गई। ग्रामीणों को बुनाई, टेलरिंग और कटिंग की ट्रेनिंग के साथ साथ बेसिक कम्प्यूटर कोर्स करवाए गए। गांव में यार्न बैंक की स्थापना की गई। इस बैंक का प्रबंधन विलेज वुमन कमेटी करती है। नंदा तालुकदार फाउंडेशन शुरुआत में 40 किलो यार्न जमा करवाता है।
5 ग्रामीणों के स्वास्थ्य के मद्देनजर यहां कई हेल्थ शिविर लगाए गए। लीगल और फाइनेंशियल अवेयरनेस शिविरों के साथ साथ यहां फ्री में मोतियाबिंद के ऑपरेशन किए गए।