नरैनी के गंगापुरवा गांव निवासी आर्थिक रूप से कमजोर तेजा ने बेटी मैकी की शादी काजीपुर निवासी सूरजदीन के पुत्र गणेश के साथ तय की थी। समाजसेवियों की मदद से आसपास के गांव से करीब 15 बैलगाडिय़ों का इंतजाम किया गया। गांव के ही एक व्यक्ति के मकान से कार्यक्रम संपन्न कराया गया। न पटाखों का शोर और नही डीजे की तेज आवाज। फिजूलखर्ची का तो नामोनिशान नहीं। पेड़ों के पत्तों से मकान सजाया गया था। नरैनी के काजीपुर से जैसे ही बरात बैलगाडिय़ों से गंगापुरवा में पहुंची तो पूरे गांव में जश्न मनाया जाने लगा।